मेडिकल बिल धोखाधड़ी: CBI ने WCL के चिकित्सा अधीक्षक और एक निजी केमिस्ट पर मामला दर्ज किया
नागपुर स्थित वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (WCL) की डिस्पेंसरी में फर्जी बिलों के भुगतान का आरोपby: सुदाम पेंढारे
नागपुर (9 अक्तूबर 2025) - केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (WCL) की डिस्पेंसरी के एक चिकित्सा अधीक्षक और नागपुर स्थित एक निजी मेडिकल स्टोर के मालिक के खिलाफ मेडिकल बिलिंग घोटाले में कथित संलिप्तता के आरोप में भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है।
मामले का विवरण:
CBI द्वारा दर्ज मामले के अनुसार, WCL, कोल एस्टेट, सिविल लाइंस, नागपुर की डिस्पेंसरी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. पृथ्वी कृष्ण पट्टा पर मेसर्स सद्गुरु मेडिकल स्टोर्स के मालिक कमलेश एन. लालवानी के साथ मिलकर फर्जीवाड़ा करने का आरोप है।
आरोप है कि चिकित्सा अधीक्षक ने कथित तौर पर जाली और बढ़े-चढ़े मेडिकल प्रिस्क्रिप्शन (दवाओं के पर्चे) बनाए। इन फर्जी दस्तावेजों का उपयोग निजी केमिस्ट द्वारा WCL मुख्यालय, नागपुर से दवाओं के लिए बढ़ाए गए बिलों का भुगतान प्राप्त करने के लिए किया गया। CBI के अनुसार, ये दवाएं या तो अधिक कीमत पर थीं या वास्तव में कभी वितरित ही नहीं की गईं थीं।
CBI ने एक प्रेस नोट में पुष्टि की कि इन जाली दस्तावेजों के आधार पर निजी मेडिकल स्टोर को WCL मुख्यालय, नागपुर द्वारा बढ़े हुए बिलों का भुगतान किया गया था।
जांच जारी:
CBI ने इस सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी को हुए वित्तीय नुकसान की सीमा का आकलन करने और इस धोखाधड़ी में शामिल किसी भी अतिरिक्त लाभार्थी का पता लगाने के लिए अपनी जांच जारी रखी है। मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।