सीजीपीएससी भर्ती घोटाले में सीबीआई ने पाँच और आरोपियों को किया गिरफ्तार
इस गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में अब तक गिरफ्तार किए गए कुल आरोपियों की संख्या 12 हो गई है।by: सुदाम पेंढारे

रायपुर (१९ सप्टेंबर २०२५) - केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) भर्ती घोटाले की अपनी चल रही जांच में बड़ी कार्रवाई करते हुए पाँच और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में अब तक गिरफ्तार किए गए कुल आरोपियों की संख्या 12 हो गई है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के तत्कालीन सचिव और एक सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी, जीवन किशोर ध्रुव और तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक, आरती वासनिक शामिल हैं। अन्य गिरफ्तार लोगों में तत्कालीन सचिव का बेटा सुमित ध्रुव (डिप्टी कलेक्टर के रूप में चयनित), पूर्व अध्यक्ष के भाई की बहू मीशा कोसले (डिप्टी कलेक्टर के रूप में चयनित) और दीपा आदिल (जिला आबकारी अधिकारी) हैं।
यह मामला 2020 से 2022 के बीच सीजीपीएससी द्वारा आयोजित भर्ती परीक्षाओं और साक्षात्कारों में कथित अनियमितताओं से संबंधित है। आरोप है कि प्रभावशाली राजनेताओं और अधिकारियों के रिश्तेदारों को उनकी योग्यता के बजाय अन्य कारकों के आधार पर डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी और अन्य उच्च पदों पर चयनित किया गया था।
सीबीआई ने इस मामले को छत्तीसगढ़ सरकार के अनुरोध पर अपने हाथ में लिया था। इस जांच में पहले भी कई महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, जिनमें सीजीपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष तामन सिंह सोनवानी और कुछ चयनित उम्मीदवार शामिल हैं।
सीबीआई का कहना है कि यह गिरफ्तारियां इस घोटाले में एक बड़े षड्यंत्र का पर्दाफाश करने के लिए की गई हैं। सभी पाँच आरोपियों को विशेष अदालत में पेश किया गया, जहाँ से उन्हें आगे की पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा।
सीबीआई ने यह भी कहा कि इस मामले में अन्य संदिग्ध उम्मीदवारों और अधिकारियों की भूमिका की जांच जारी है।